कौन है जो Shubman Gill को टीम इंडिया का कप्तान चाहता है?




कई लोग Shubman Gill (शुबमन गिल) से खुश नहीं होते हैं। मानते हैं कि T20 क्रिकेट (T20 Cricke) में वो पॉवरप्ले का पूरा फ़ायदा नहीं उठाते। Rohit Sharma (रोहित शर्मा) की तरह नहीं है कि आते ही गेंद फोड़ना शुरू। Rohit Sharma (रोहित शर्मा) तो पहले छह ओवर में 50 रन बनाकर भी खुश हैं पर Shubman Gill (शुबमन गिल) पूरे 20 ओवर खेलना चाहते हैं भले ही उनका स्कोर 10-15 हों। कप्तान (Captain) के रूप में भी उन्हें लोगों ने स्वार्थी माना। Abhishek Sharma (अभिषेक शर्मा) ने सैकड़ा किया तो अगले मैच से उन्हें नंबर तीन पर बैटिंग पर भेजे। ख़ुद बैटिंग इतनी स्लो की कि Riyan Parag (रियान पराग), Rinku Singh (रिंकू सिंह) वग़ैरह को बैटिंग ही नहीं मिली। ज़िम्बाब्वे (Zimbabwe)के ख़िलाफ़ ऐसे खेल रहे थे, जैसे ऑस्ट्रेलिया (Australia) के विरुद्ध खेल रहे हों। उनके मुक़ाबले दूसरे ओपनर Yashasvi Jaiswal (यशसवी जायसवाल) ने आते ही गेंद फोड़नी शुरू कर दी थी। Yashasvi Jaiswal (यशसवी जायसवाल) का सिर्फ़ तीन मैचों में 165 का स्ट्राइक रेट। Shubman Gill (शुबमन गिल) का पाँच मैचों में 125 का स्ट्राइक रेट। फिर भी नये कोच Gautam Gambhir (गौतम गंभीर) के आते ही गिल को T20 और ODI दोनों टीमों का उपकप्तान बना दिया गया। साफ़ है कि जब Suryakumar Yadav (सूर्यकुमार यादव) हटे, तो Shubman Gill (शुबमन गिल) ही टीम इंडिया (Team India) के वाइट बॉल क्रिकेट के कप्तान होंगे। क्योंकि इण्डियन क्रिकेट बोर्ड (Indian Cricket Board) तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान (Captain) रखना पसंद करता है, तो Shubman Gill (शुबमन गिल) टेस्ट मैच में भी कप्तान होंगे जब  Rohit Sharma (रोहित शर्मा) क्रिकेट से संन्यास लें। Shubman Gill (शुबमन गिल) तीनों फॉर्मेट में इंडिया (INDIA) के लिये रेगुलर खेलते हैं। टेस्ट मैच खेले हैं 25। ODI मैच खेले हैं 44। और T20 मैचों में इंडिया का प्रतिनिधित्व 19 मैचों में किया है। आईपीएल (IPL) में तो लोग उन्हें प्रिंस के नाम से बुलाते हैं। 143 मैचों में साढ़े चार हज़ार रन होने को आ रहे हैं। और 25 साल होने में उनके कुछ हफ़्ते अभी भी बाक़ी हैं। ऐसे में अगर ये सिक्का चल गया तो अगले 10 सालों के लिए इंडिया के कप्तान की समस्या ख़त्म। अब जब तक Suryakumar Yadav (सूर्यकुमार यादव) कप्तान हैं, और ODI और टेस्ट मैचों में Rohit Sharma (रोहित शर्मा) और Virat Kohli (विराट कोहली) अभी भी क़ायम हैं, तो Shubman Gill (शुबमन गिल) को काफ़ी मौक़ा मिलेगा की वो कप्तानी की बारीकियों समझे और सीखें। अब तक टीम इंडिया (Team India) के बैटिंग कोच रहे Vikram Rathore (विक्रम राठौड़) कहते हैं कि Shubman Gill (शुबमन गिल)  की एक बात ने ड्रेसिंग रूम में सभी को बहुत प्रभावित किया था। जब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वो लगातार टेस्ट मैचों में फेल हो रहे थे तो वो कोच Rahul Dravid (राहुल द्रविड़) के पास गये। और उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि उन्हें नंबर तीन पर खेलने के और मौक़े दिये जायें। Rahul Dravid (राहुल द्रविड़) ने उनकी तरफ़ देखा और उन्हें उस बच्चे की आँख में आग दिखाई दी। उन्होंने कुछ देर सोचा और फिर हामी भर दी। Rahul Dravid (राहुल द्रविड़) और Shubman Gill (शुबमन गिल) दोनों को ये मालूम था कि ये निर्णय टीम इंडिया (Team India) को काफ़ी नुक़सान पहुँचा सकता है। इंडिया सीरीज भी हार सकती थी। क्योंकि Shubman Gill (शुबमन गिल) पिछली 12 पारियों से फेल होते आ रहे थे। एक भी हाफ सेंचुरी तक नहीं थी। पर Rahul Dravid (राहुल द्रविड़)  ने विश्वास दिखाया और Shubman Gill (शुबमन गिल)  ने मुड के नहीं देखा। जब तक पाँच टेस्ट मैच ख़त्म होते, Shubman Gill (शुबमन गिल)  ने 9 पारियों में 452 रन ठोंक दिये। औसत था 56 का। 2 सैकड़े और 2 ही हाफ सेंचुरी लगाईं। राँची टेस्ट में जब उन्होंने दूसरी पारी में Rahul Dravid (राहुल द्रविड़)  की तरह टुक टुक करके बल्लेबाज़ी की, तब उन्होंने दिखा दिया कि वो परिस्तिथियों के हिसाब से अपनी बैटिंग की शैली में परिवर्तन ला सकते हैं। 52 रनों में सिर्फ़ एक चौका मारा पर टीम इंडिया को विजयी दिलायी। तो गिल के आलोचकों, थोड़ी ठंड पाओ। 24 साल का मुंडा है। सोचो जब तुम 24 के थे, तो कितनी ग़लतियाँ करते थे ?